शिकायतें - Shikayatein (Amitabh Bhattacharya, Mohan Kanan, Lootera)

Movie/Album: लूटेरा (2013)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: अमिताभ भट्टाचार्य, मोहन कन्नन

शिकायतें मिटाने लगी
<सुबह बेदाग़ है, सुबह बेदाग़ है>
जो बर्फ को गलाने लगी
<कहीं तो आग है, कहीं तो आग है>

ना उड़ने की इस दफा ठानी
परिंदों ने भी वफ़ा जानी
अँधेरे को बाहों में लेके
उजाले ने घर बसाया है
चुराया था जो चुकाया है
शिकायतें मिटाने लगी...

<एक जीत तू है, एक हार मैं हूँ
हार जीत जोड़े, जो तार मैं हूँ>

बताएँ बिन गलतियां गिनाएँ
सितारे जब भी सदा सुलाएँ
लुटेरों को बागबां बनाएँ
नसीबों की बात है

ज़मीर की कहानी है ये
<यही बैराग है, यही बैराग है>
शिकायतें मिटाने लगी...

Komentar

Postingan populer dari blog ini

जो चाहते हो सो कहते हो - Jo Chahte Ho So Kehte Ho (Mehdi Hassan)

तुमको हमारी उमर लग जाए - Tumko Hamari Umar Lag Jaaye (Lata Mangeshkar, Ayee Milan Ki Bela)

तन्हाँ तन्हाँ मत सोचा कर - Tanha Tanha Mat Socha Kar (Mehdi Hassan)