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Menampilkan postingan dari Juli, 2013

हम दर्द का अफ़साना - Hum Dard Ka Afsana (Shamshad Begum, Dard)

Movie/Album: दर्द (1947) Music By: खैय्याम Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी Performed By: शमशाद बेगम हम दर्द का अफ़साना दुनिया को सुना देंगे हर दिल में मुहब्बत के इक आग लगा देंगे हो जायेगी फिर दुनिया आबाद यतीमों की गूंजेगी ज़माने में फ़रियाद यतीमों की रोते हुए नगमों से तूफ़ां उठा देंगे हर दिल में मुहब्बत की... सरकार-ए-दो आलम की उम्मत पे सितम क्यों हो अल्लाह के बन्दों को मझदार का ग़म क्यों हो इस्लाम की कश्ती को हम पार लगा देंगे हम दर्द का अफ़साना... एहसान यतीमों की तक़दीर पे कर डालो फ़रियाद है दिलवालों, फ़रियाद है दिलवालों हम पर भी करम करना, हम तुम को दुआ देंगे हर दिल में मुहब्बत की...

अहल-ए-दिल यूँ भी - Ahl-e-Dil Yun Bhi (Bhupinder, Lata, Dard)

Movie/Album: दर्द (1947) Music By: खैय्याम Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी Performed By: भूपिंदर सिंह, लता मंगेशकर अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं दर्द सीने में छुपा लेते हैं भूपिंदर सिंह ज़ख्म जैसे भी मिले, ज़ख्मों से दिल के दामन को सजा लेते हैं दर्द सीने में... अपने क़दमों पे मोहब्बत वाले आसमानों को झुका लेते हैं दर्द सीने में... लता मंगेशकर दिल की महफ़िल में उजालों के लिये याद की शम्मा जला लेते हैं दर्द सीने में... जलते मौसम में भी ये दीवाने कुछ हसीं फूल खिला लेते हैं दर्द सीने में... अपनी आँखों को बनाकर ये ज़ुबाँ कितने अफ़साने सुना लेते हैं दर्द सीने में... जिनको जीना है मोहब्बत के लिये अपनी हस्ती को मिटा लेते हैं दर्द सीने में...

अफसाना लिख रही हूँ - Afsana Likh Rahi Hoon (Uma Devi, Dard)

Movie/Album: दर्द (1947) Music By: खैय्याम Lyrics By: शकील बदायुनी Performed By: उमा देवी अफ़सान लिख रही हूँ दिल-ए-बेक़रार का आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का अफ़साना लिख रही हूँ... जब तू नहीं तो कुछ भी नहीं है बहार में जी चाहता है मूँह भी न देखूँ बहार का आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का अफ़साना लिख रही हूँ... हासिल हैं यूँ तो मुझको ज़माने की दौलतें लेकिन नसीब लाई हूँ इक सोग़वार का आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का अफ़साना लिख रही हूँ... आजा कि अब तो आँख में आँसू भी आ गये साग़र छलक उठा मेरे सब्र-ओ-क़रार का आँखोँ में रन्ग भर के तेरे इंतज़ार का अफ़साना लिख रही हूँ...

न जाने क्या हुआ - Na Jaane Kya Hua (Lata Mangeshkar, Dard)

Movie/Album: दर्द (1947) Music By: खैय्याम Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी Performed By: लता मंगेशकर न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया खिला गुलाब की तरह मेरा बदन निखर निखर गई, सँवर सँवर गई बना के आईना तुझे ऐ जान-ए-मन न जाने क्या हुआ... बिखरा है काजल फ़िज़ाओं में, भीगी भीगी हैं शामें बूँदों की रिमझिम से जागी, आग ठंडी हवा में आजा सनम ये हसीं आग हम, लें दिल में बसा न जाने क्या हुआ... आँचल कहाँ मैं कहाँ हूँ, ये मुझे होश क्या है ये बेख़ुदी तूने दी है, प्यार का ये नशा है सुन ले ज़रा साज़-ए-दिल गा रहा है नग़मा तेरा न जाने क्या हुआ... कलियों की ये सेज महके, रात जागे मिलन की खो जाएँ धड़कन में तेरी, धड़कनें मेरे मन की आ पास आ, तेरी हर साँस में, मैं जाऊँ समा न जाने क्या हुआ...

चुपके चुपके रुकते रुकते - Chupke Chupke Rukte Rukte (Lata Mangeshkar, Paying Guest)

Movie/Album: पेइंग गेस्ट (1957) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी Performed By: लता मंगेशकर चुपके-चुपके, रुकते-रुकते मैंने देखा, तूने देखा जादू कोई चल ही गया चुपके-चुपके, रुकते-रुकते... वो हल्की-हल्की-सी मुँह पे लाली पहले मिलन की मुझे वो अब तक याद है रात गुलशन की चाँदनी थी रागिनी थी मैंने देखा, तूने देखा... उलझ के नैनों का कुछ न कहना झुक-झुक जाना वो हाथ मेरा थाम के तेरा रुक जाना

छोड़ दो आँचल ज़माना - Chhod Do Aanchal Zamana (Kishore, Asha, Paying Guest)

Movie/Album: पेइंग गेस्ट (1957) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी Performed By: आशा भोंसले, किशोर कुमार छोड़ दो आँचल ज़माना क्या कहेगा इन अदाओं का ज़माना भी है दीवाना दीवाना क्या कहेगा छोड़ दो आँचल... मैं चली अब खूब छेड़ो प्यार के अफ़साने कुछ मौसम है दीवाना कुछ तुम भी हो दीवाने ज़रा सुनना, जान-ए-तमन्ना इतना तो सोचिये मौसम सुहाना क्या कहेगा छोड़ दो आँचल... यूँ न देखो जाग जाए प्यार की अंगड़ाई ये रस्ता ये तनहाई, लो दिल ने ठोकर खाई यही दिन हैं मस्ती के सिन हैं किसको ये होश है अपना बेगाना क्या कहेगा छोड़ दो आँचल... ये बहारें, ये फुहारें, ये बरसता सावन थर थर काँपे हैं तन मन मेरी बैय्याँ धर लो साजन अजी आना, दिल में समाना एक दिल एक जान हैं हम तुम, ज़माना क्या कहेगा छोड़ दो आँचल...