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Menampilkan postingan dari September, 2011

या दिल की सुनो - Ya Dil Ki Suno (Hemant Kumar, Anupama)

Movie/Album: अनुपमा (1966) Music By: हेमंत कुमार Lyrics By: कैफ़ी आज़मी Performed By: हेमंत कुमार या दिल की सुनो दुनियावालों या मुझको अभी चुप रहने दो मैं ग़म को खुशी कैसे कह दूँ जो कहते हैं उनको कहने दो ये फूल चमन में कैसा खिला माली की नज़र में प्यार नहीं हँसते हुए क्या-क्या देख लिया अब बहते हैं आँसू बहने दो या दिल की सुनो... एक ख़्वाब खुशी का देखा नहीं देखा जो कभी तो भूल गये माना हम तुम्हें कुछ दे ना सके जो तुमने दिया वो सहने दो या दिल की सुनो... क्या दर्द किसी का लेगा कोई इतना तो किसी में दर्द नहीं बहते हुए आँसू और बहें अब ऐसी तसल्ली रहने दो या दिल की सुनो...

ओ नींद न मुझको आए - O Neend Na Mujhko Aaye (Hemant Kumar, Lata Mangeskar)

Movie/Album: पोस्ट बॉक्स ९९९ (1958) Music By: कल्याणजी-आनंदजी Lyrics By: पी.एल.संतोषी Performed By: हेमंत कुमार, लता मंगेशकर ओ नींद न मुझको आए दिल मेर घबराए चुपके-चुपके, कोई आ के सोया प्यार जगाए सोया हुआ सँसार है मैं जागूँ यहाँ, तू जागे वहाँ एक दिल में दर्द दबाए ओ नींद न... इक बीच में दीवार है मैं तड़पूँ यहाँ, तू तड़पे वहाँ हाय चैन जिया नहीं पाए ओ नींद न... मैं हूँ यहाँ बेक़रार, तू है वहाँ बेक़रार मैं गाऊँ यहाँ, तू गाये वहाँ दिल को दिल बहलाए ओ नींद न...

याद किया दिल ने - Yaad Kiya Dil Ne (Hemant Kumar, Lata Mangeshkar, Patita)

Movie/Album: पतिता (1953) Music By: शंकर-जयकिशन Lyrics By: हसरत जयपुरी Performed By: लता मंगेशकर, हेमंत कुमार याद किया दिल ने कहाँ हो तुम झूमती बहार ऐ कहाँ हो तुम प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम खो गये हो आज किस खयाल में दिल फँसा है बेबसी के जाल में मतलबी जहां मेहरबां हो तुम याद किया दिल ने... रात ढल चुकी है सुबह हो गयी मैं तुम्हारी याद ले के खो गयी अब तो मेरी दास्ताँ हो तुम याद किया दिल ने... तुम तो मेरे ज़िंदगी के बाग़ हो तुम तो मेरी राह के चिराग़ हो मेरे लिये आसमाँ हो तुम याद किया दिल ने...

मुड़-मुड़ के ना देख - Mud-Mud Ke Na Dekh (Manna Dey, Asha Bhosle)

Movie/Album: श्री ४२० (1955) Music By: शंकर जयकिशन Lyrics By: शैलेन्द्र Performed By: आशा भोंसले, मन्ना डे मुड़-मुड़ के न देख, मुड़-मुड़ के ज़िंदगानी के सफ़र में तू अकेला ही नहीं है हम भी तेरे हमसफ़र हैं आये गये मंज़िलों के निशाँ लहरा के झूमा झुका आसमाँ लेकिन रुकेगा न ये कारवाँ मुड़-मुड़ के न देख... नैनों से नैना जो मिला के देखे मौसम के साथ मुस्कुरा के देखे दुनिया उसी की है जो आगे देखे मुड़-मुड़ के न देख... दुनिया के साथ जो बदलता जाये जो इसके साँचे में ही ढलता जाये दुनिया उसी की है जो चलता जाये मुड़-मुड़ के न देख...

प्यार हुआ इकरार हुआ है - Pyar Hua Ikrar Hua Hai (Lata Mangeshkar, Manna Dey, Shree 420)

Movie/Album: श्री ४२० (1955) Music By: शंकर जयकिशन Lyrics By: शैलेन्द्र Performed By: लता मंगेशकर, मन्ना डे प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल कहता है दिल, रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल प्यार हुआ इक़रार हुआ... कहो की अपनी प्रीत का मीत ना बदलेगा कभी तुम भी कहो इस राह का मीत न बदलेगा कभी प्यार जो टूटा, साथ जो छूटा चाँद न चमकेगा कभी प्यार हुआ इकरार हुआ... रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ प्रीत हमारे प्यार के दोहराएंगी जवानियाँ मैं न रहूँगी, तुम न रहोगे फिर भी रहेंगी निशानियाँ प्यार हुआ इक़रार हुआ...

ईचक दाना बीचक दाना - Ichak Dana Bichak Dana (Mukesh, Lata)

Movie/Album: श्री ४२० (1955) Music By: शंकर जयकिशन Lyrics By: शैलेन्द्र Performed By: लता मंगेशकर, मुकेश ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना छज्जे ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना ईचक दाना बोलो क्या? अनार ईचक... छोटी सी छोकरी, लालबाई नाम है पहने वो घाघरा, एक पैसा दाम है मुँह में सबके आग लगाये आता है रुलाना ईचक दाना बोलो क्या? मिर्ची !! हरी थी मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी राजा जी के बाग़ में दुशाला ओढ़े खड़ी थी कच्चे-पक्के बाल हैं उसके मुखड़ा है सुहाना ईचक दाना... बोलो क्या? बोलो बोलो बुड्ढी !! भुट्टा !! एक जानवर ऐसा जिसके दुम पर पैसा सर पे है ताज भी बादशाह के जैसा बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना ईचक दाना बोलो क्या? बोलो ना मोर !! चालें वो चलकर दिल में समाया आ ही गया वो, किया है सफ़ाया तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना ईचक दाना... बोलो क्या? ग़म? हम!

दिल का हाल सुने दिलवाला - Dil Ka Haal Sune Dilwala (Manna Dey)

Movie/Album: श्री ४२० (1955) Music By: शंकर जयकिशन Lyrics By: शैलेन्द्र Performed By: मन्ना डे दिल का हाल सुने दिलवाला सीधी सी बात न मिर्च मसाला कहके रहेगा कहनेवाला दिल का हाल सुने दिलवाला छोटे से घर में गरीब का बेटा मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा रन्ज-ओ-ग़म बचपन के साथी आँधियों में जली जीवन बाती भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला दिल का हाल... हाय करूँ क्या सूरत ऐसी गांठ के पूरे चोर के जैसी चलता फिरता जान के एक दिन बिन देखे-पहचान के एक दिन बांध के ले गया पुलिसवाला दिल का हाल... बूढ़े दरोगा ने चश्मे से देखा आगे से देखा, पीछे से देखा ऊपर से देखा, नीचे से देखा बोला ये क्या कर बैठे घोटाला हाय ये क्या कर बैठे घोटाला ये तो है थानेदार का साला दिल का हाल... ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं ख़ुश हूँ मगर आबाद नहीं मैं मंज़िल मेरे पास खड़ी है पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है टांग अड़ाता है दौलतवाला दिल का हाल... सुन लो मगर ये किसी से न कहना तिनके का ले के सहारा न बहना बिन मौसम मल्हार न गाना आधी रात को मत चिल्लाना लाना वरना पकड़ लेगा पुलिसवाला दिल का हाल...

रमैय्या वस्तावैय्या - Ramaiya Vastavaiya (Lata, Mukesh, Rafi, Shree 420)

Movie/Album: श्री ४२० (1955) Music By: शंकर जयकिशन Lyrics By: शैलेन्द्र Performed By: लता मंगेशकर, मो.रफ़ी, मुकेश रमैय्या वस्तावैय्या, रमैय्या वस्तावैय्या मैंने दिल तुझको दिया नैनों में थी प्यार की रोशनी तेरी आँखों में ये दुनियादारी ना थी तू और था, तेरा दिल और था तेरे मन में ये मीठी कटारी ना थी मैं जो दुःख पाऊं तो क्या, आज पछताऊं तो क्या मैंने दिल तुझको... उस देश में, तेरे परदेस में सोने चांदी के बदले में बिकते हैं दिल इस गाँव में, दर्द की छाँव में प्यार के नाम पर ही तड़पते हैं दिल चाँद तारों के टेल, रात ये गाती चले मैंने दिल तुझको... याद आती रही, दिल दुखाती रही अपने मन को मनाना न आया हमें तू ना आए तो क्या, भूल जाए तो क्या प्यार करके भुलाना न आया हमें वहीं से दूर से ही, तू भी ये कह दे कभी मैंने दिल तुझको... रास्ता वही और मुसाफिर वही एक तारा न जाने कहाँ छुप गया दुनिया वही, दुनियावाले वही कोई क्या जाने किसका जहां लूट गया मेरी आँखों में रहे, कौन जो तुझसे कहे मैंने दिल तुझको...

तन्हाँ तन्हाँ मत सोचा कर - Tanha Tanha Mat Socha Kar (Mehdi Hassan)

Movie/Album: कहना उसे (1985) Music By: नियाज़ अहमद Lyrics By: फ़रहत शहज़ाद Performed By: मेहदी हसन तन्हाँ तन्हाँ मत सोचा कर मर जाएगा मत सोचा कर प्यार घड़ी भर का ही बहुत है झूठा, सच्चा, मत सोचा कर अपना आप गवाँ कर तूने पाया है क्या, मत सोचा कर जिसकी फ़ितरत ही डसना हो वो तो डसेगा, मत सोचा कर धूप में तनहा कर जाता क्यूँ ये साया, मत सोचा कर मान मेरे शहजाद वगरना पछताएगा, मत सोचा कर

आज़ादी - Azaadi (A.R.Rahman)

Movie/Album: बोस - The Forgotten Hero (2005) Music By: ए.आर.रहमान Lyrics By: जावेद अख्तर Performed By: ए.आर.रहमान जागे हैं अब सारे लोग तेरे देख वतन गूंजे है नारों से अब ये ज़मीन और ये गगन कल तक मैं तन्हाँ था सूने थे सब रस्ते कल तक मैं तन्हाँ था पर अब हैं साथ मेरे लाखों दिलों की धड़कन देख वतन आज़ादी पाएंगे आज़ादी लायेंगे आज़ादी छाएगी आज़ादी आएगी जागे हैं अब सारे लोग तेरे देख वतन गूंजे है नारों से अब ये ज़मीन और ये गगन कल तक मैं तन्हाँ था सुने थे सब रस्ते कल तक मैं तन्हाँ था पर अब हैं साथ मेरे लाखों दिलों की धड़कन देख वतन हम चाहे आज़ादी हम मांगे आज़ादी आज़ादी छाएगी आज़ादी आएगी

मोहे भूल गए साँवरिया - Mohe Bhool Gaye Saanwariya (Lata Mangeskar)

Movie/Album: बैजू बावरा (1952) Music By: नौशाद अली Lyrics By: शकील बदायुनी Performed By: लता मंगेशकर जो मैं ऐसा जानती के प्रीत किये दुख होय नगर ढिंढोरा पीटती के प्रीत न करियो कोय मोहे भूल गए साँवरिया, भूल गए साँवरिया आवन कह गये, अजहुं न आये लीनी न मोरी खबरिया मोहे भूल गए... दिल को दिए क्यों दुख बिरहा के तोड़ दिया क्यों महल बना के आस दिला के ओ बेदर्दी फेर ली काहे नजरिया मोहे भूल गए... नैन कहे रो-रो के सजना देख चुके हम प्यार का सपना प्रीत है झूठी, प्रीतम झूठा झूठी है सारी नगरिया मोहे भूल गए...

ओ दिल बंजारे - O Dil Banjare (Lata Mangeshkar)

Movie/Album: माया मेमसाहब (1993) Music By: हृदयनाथ मंगेशकर Lyrics By: गुलज़ार Performed By: लता मंगेशकर ओ दिल बंजारे, जा रे खोल डोरियाँ सब खोल दे ओ दिल बंजारे धूप से छनती छाँव ओक में भरना चाहूँ आँख से छनते सपने होंठ से चखना चाहूँ ये मन संसारी, बोले एक बार तो अब डोल दे ओ दिल बंजारे... रात का बीता सपना दिन में दिल दोहराए जाने कौन है आकर साँसों को छू जाए ये दिल अनजाना, बोले एक बार तो लब खोल दे ओ दिल बंजारे...

न किसी की आँख का नूर हूँ - Na Kisi Ki Aankh Ka Noor Hoon (Md.Rafi)

Movie/Album: लाल किला (1960) Music By: एस.एन.त्रिपाठी Lyrics By: बहादुर शाह ज़फर, भारत व्यास Performed By: मो.रफ़ी न किसी की आँख का नूर हूँ, न किसी के दिल का क़रार हूँ जो किसी के काम न आ सके, मैं वो एक मुश्त-ए-ग़ुबार हूँ न तो मैं किसी का हबीब हूँ, न तो मैं किसी का रक़ीब हूँ जो बिगड़ गया वो नसीब हूँ, जो उजड़ गया वो दयार हूँ न किसी की... मेरा रंग रूप बिगड़ गया, मेरा यार मुझसे बिछड़ गया जो चमन ख़िज़ां से उजड़ गया, मैं उसी की फ़स्ल-ए-बहार हूँ न किसी की... पए-फ़ातेहा कोई आये क्यूँ, कोई चार फूल चढ़ाये क्यूँ कोई आ के शम्मा जलाये क्यूँ, मैं वो बेकसी का मज़ार हूँ न किसी की...

साथिया - Saathiya (Shreya Ghoshal, Singham)

Movie/Album: सिंघम (2011) Music By: अजय गोगावले, अतुल गोगावले Lyrics By: स्वानंद किरकिरे Performed By:श्रेया घोषाल, अजय गोगावले साथिया पगले से दिल ने ये क्या किया चुन लिया तुझको दीवाने ने चुन लिया दिल तो उड़ा-उड़ा रे आसमान में बादलों के संग ये तो मचल-मचल के गा रहा है सुन नयी सी धुन बदमाश दिल तो ठग है बड़ा बदमाश दिल ये तुझसे जुड़ा बदमाश दिल मेरी सुने ना ज़िद पे अड़ा अच्छे लगे, दिल को मेरे, हर तेरी बात रे साया तेरा, बन के चलूँ, इतना है ख्वाब रे काँधे पे सर, रख के तेरे, कट जाये रात रे बीते ये दिन, थामे तेरा, हाथों में हाथ रे ये क्या हुआ, मुझे मेरा ये दिल फिसल-फिसल गया ये क्या हुआ, मुझे मेरा जहां बदल-बदल गया बदमाश दिल तो... नींदें नहीं, चैना नहीं, बदलूं में करवटें तारे गिनूँ, या मैं गिनूँ, चादर की सलवटें यादों में तू, ख्वाबों में तू, तेरी ही चाहतें जाऊं जिधर, ढूँढा करूँ, तेरी ही आहटें ये जो है दिल मेरा, ये दिल सुना ना कह रहा यही वो भी क्या ज़िन्दगी, है ज़िन्दगी कि जिसमें तू नहीं बदमाश दिल तो...

पिया तोरा कैसा अभिमान - Piya Tora Kaisa Abhimaan (Shubha Mudgal, Hariharan)

Movie/Album: रेनकोट (2004) Music By: देबज्योती मिश्रा Lyrics By: गुलज़ार Performed By: शुभा मुदगल, हरिहरन हरिहरन पिया तोरा कैसा अभिमान सघन सावन लायी कदम बहार मथुरा से डोली लाये चारों कहार नहीं आये केसरिया बालम हमार अंगना बड़ा सुनसान पिया तोरा... अपने नयन से नीर बहाये अपनी जमुना ख़ुद आप ही बनावे लाख बार उसमें ही नहाये पूरा न होयी अस्नान सूखे केस, रूखे बेस मनवा बेजान पिया तोरा... बोल सखी काहे करी साचों सिंगार ना पहिनब अब सना-कांच न हार खाली चन्दन लगाओ अंग मा हमार चन्दन गरल समान पिया तोरा... शुभा मुदगल, गुलज़ार पिया तोरा कैसा अभिमान किसी मौसम का झौंका था जो इस दीवार पर लटकी हुई तस्वीर तिरछी कर गया है गये सावन में ये दीवारें यूँ सीली नहीं थीं न जाने इस दफ़ा क्यूँ इनमें सीलन आ गयी है दरारें पड़ गयी हैं और सीलन इस तरह बहती है जैसे ख़ुश्क रुख़सारों पे गीले आँसू चलते हों सघन सावन लायी कदम बहार मथुरा से डोली लाये चारों कहार नहीं आये केसरिया बलमा हमार अंगना बड़ा सुनसान ये बारिश गुनगुनाती थी, इसी छत की मुंडेरों पर ये घर की खिड़कियों के काँच पर उंगली से लिख जाती थी संदेसे बिलखती रहती है बैठी हुई

रब्बा मैं तो मर गया - Rabba Main To Mar Gaya (Mausam)

Movie/Album: मौसम (2011) Music By: प्रीतम चक्रवर्ती Lyrics By: इरशाद कामिल Performed By: शाहिद माल्या कोई दिल बेकाबू कर गया और इश्काँ दिल में भर गया आँखों-आँखों में वो लाखों गल्लां कर गया ओ रब्बा मैं तो मर गया शदायी मुझे कर गया अब दिल चाहे ख़ामोशी के होठों पे मैं लिख दूं प्यारी सी बातें कई कुछ पल मेरे नाम करे वो, मैं भी उसके नाम पे लिखूं मुलाकातें कई पहली ही तकनी में बन गयी जान पे नैणा-वैणा उसके मेरे दिल पे छपे अब जाऊं कहाँ पे, दिल रुका है वहाँ पे जहां देख के मुझे वो आगे बढ़ गया ओ रब्बा मैं तो... मौसम के आज़ाद परिंदे, हाथों में है उसके या वो बहारों सी है सर्दी की वो धूप के जैसी, गर्मी की शाम है पहली फुहारों सी है मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है. जाने क्या क्या दो आँखों में मैं पढ़ गयाओ रब्बा मैं तो...

मन तड़पत हरि दर्शन - Man Tadpat Hari Darshan (Md.Rafi, Baiju Bawra)

Movie/Album: बैजू बावरा (1952) Music By: नौशाद अली Lyrics By: शकील बदायुनी Performed By: मो.रफ़ी मन तड़पत हरि दर्शन को आज मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज विनती करत हूँ रखियो लाज तुम्हरे द्वार का मैं हूँ जोगी हमरी ओर नज़र कब होगी सुन मोरे व्याकुल मन का बात तड़पत हरी... बिन गुरू ज्ञान कहाँ से पाऊँ दीजो दान हरी गुन गाऊँ सब गुनी जन पे तुम्हारा राज तड़पत हरी... मुरली मनोहर आस न तोड़ो दुख भंजन मोरा साथ न छोड़ो मोहे दरसन भिक्षा दे दो आज, दे दो आज

पग घुंघरू बाँध मीरा - Pag Ghungroo Baandh Meera (Kishore Kumar, Namak Halal)

Movie/Album: नमक हलाल (1982) Music By: बप्पी लाहिरी Lyrics By: अनजान Performed By: किशोर कुमार बुजुर्गों ने फ़रमाया की पैरों पे अपने खड़े होके दिखलाओ फिर ये ज़माना तुम्हारा है ज़माने के सुर ताल के साथ चलते चले जाओ फिर हर तराना तुम्हारा, फ़साना तुम्हारा है अरे तो लो भैया हम अपने पैरों के ऊपर खड़े हो गए और मिला ली है ताल दबा लेगा दाँतों तले उँगलियाँ-लियां ये जहां देखकर, देखकर अपनी चाल के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी और हम नाचे बिन घुंघरू के वो तीर भला किस काम का है जो तीर निशाने से चूके-चूके-चूके रे आप अन्दर से कुछ और बाहर से कुछ और नज़र आते हैं बाखुदा शक्ल से तो चोर नज़र आते हैं उम्र गुज़री है सारी चोरी में सारे सुख-चैन बंद जुर्म की तिजोरी में आपका तो लगता है बस यही सपना राम-राम जपना, पराया माल अपना वतन का खाया नमक तो नमक हलाल बनो फ़र्ज़ ईमान की जिंदा यहाँ मिसाल बनो पराया धन, परायी नार पे नज़र मत डालो बुरी आदत है ये, आदत अभी बदल डालो क्योंकि ये आदत तो वो आग है जो इक दिन अपना घर फूंके-फूंके-फूंके रे के पग घुंघरू... मौसम-ए-इश्क में मचले हुए अरमान है हम दिल को लगता है के दो जिस्म एक जान है