मोन्टा रे - Monta Re (Swanand Kirkire, Amitabh Bhattacharya, Lootera)
Movie/Album: लूटेरा (2013)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: स्वानंद किरकिरे, अमिताभ भट्टाचार्य
कागज़ के दो पंख लेके, उड़ा चला जाए रे
जहाँ नहीं जाना था ये, वहीँ चला हाय रे
उमर का ये ताना-बाना समझ ना पाए रे
जुबां पे जो मोह-माया, नमक लगाये रे
के देखे ना, भाले ना, जाने ना दाये रे
दिशा हारा कैमोन बोका, मोन्टा रे! (Foolish Mind Has Lost Its Direction)
फ़तेह करे किले सारे, भेद जाए दीवारें
प्रेम कोई सेंध लागे
अगर मगर बारी बारी, जिया को यूँ उछाले
जिया नहीं गेंद लागे
माटी को ये चंदन सा, माथे पे सजाये रे
जुबां पे जो मोह-माया...
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: स्वानंद किरकिरे, अमिताभ भट्टाचार्य
कागज़ के दो पंख लेके, उड़ा चला जाए रे
जहाँ नहीं जाना था ये, वहीँ चला हाय रे
उमर का ये ताना-बाना समझ ना पाए रे
जुबां पे जो मोह-माया, नमक लगाये रे
के देखे ना, भाले ना, जाने ना दाये रे
दिशा हारा कैमोन बोका, मोन्टा रे! (Foolish Mind Has Lost Its Direction)
फ़तेह करे किले सारे, भेद जाए दीवारें
प्रेम कोई सेंध लागे
अगर मगर बारी बारी, जिया को यूँ उछाले
जिया नहीं गेंद लागे
माटी को ये चंदन सा, माथे पे सजाये रे
जुबां पे जो मोह-माया...
Komentar
Posting Komentar