फागुन आयो रे - Phagun Aayo Re (Phagun, Lata Mangeshkar)
Movie/Album: फागुन (1973)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
पिया संग खेलूं होरी
फागुन आयो रे
चुनरिया भिगो ले गोरी
फागुन आयो रे
देखो जिस ओर, मच रहा शोर
गली में अबीर उड़े, हवा में गुलाल
कहीं कोई हाय, तन को चुराय
चली जाए देती गारी, पोंछे जाए गाल
करे कोई जोरा जोरी
फागुन आयो रे...
कोई कहे सजनी सुनाओ पुकार
बरस बाद आये तोहरे द्वार
आज तो मोरी, गेंडे की कली
होली के बहाने मिलो एक बार
तन पे है रंग, मन पे है रंग
किसी मतवारे ने क्या रंग दियो डार
फुलवा पे पार, गोरी तोरे गार
नैनों में गुलाबी डोरे, मुख पे बहार
भीगी सारी, भीगी चोली
फागुन आयो रे...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
पिया संग खेलूं होरी
फागुन आयो रे
चुनरिया भिगो ले गोरी
फागुन आयो रे
देखो जिस ओर, मच रहा शोर
गली में अबीर उड़े, हवा में गुलाल
कहीं कोई हाय, तन को चुराय
चली जाए देती गारी, पोंछे जाए गाल
करे कोई जोरा जोरी
फागुन आयो रे...
कोई कहे सजनी सुनाओ पुकार
बरस बाद आये तोहरे द्वार
आज तो मोरी, गेंडे की कली
होली के बहाने मिलो एक बार
तन पे है रंग, मन पे है रंग
किसी मतवारे ने क्या रंग दियो डार
फुलवा पे पार, गोरी तोरे गार
नैनों में गुलाबी डोरे, मुख पे बहार
भीगी सारी, भीगी चोली
फागुन आयो रे...
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