चांदी की दीवार ना - Chandi Ki Deewar Na (Mukesh)
Movie/Album: विश्वास (1969)
Music By: कल्याणजी आनंदजी
Lyrics By: गुलशन बावरा
Performed By: मुकेश
चाँदी की दीवार ना तोड़ी
प्यार भरा दिल तोड़ दिया
इक धनवान की बेटी ने
निर्धन का दामन छोड़ दिया
चांदी की दीवार...
कल तक जिसने कस्में खायी
दुख में साथ निभाने की
आज वो अपने सुख की खातिर
हो गयी एक बेगाने की
शहनाईयों की गूँज में दबके
रह गयी आह दीवानें की
धनवानों ने दीवाने का
गम से रिश्ता जोड़ दिया
इक धनवान की...
वो क्या समझे प्यार को जिनका
सब कुछ चाँदी सोना हैं
धन वालों की इस दुनियाँ में
दिल तो एक खिलौना हैं
सदियों से दिल टूटता आया
दिल का बस ये रोना है
जब तक चाहा दिल से खेला
और जब चाहा तोड़ दिया
इक धनवान की...
Music By: कल्याणजी आनंदजी
Lyrics By: गुलशन बावरा
Performed By: मुकेश
चाँदी की दीवार ना तोड़ी
प्यार भरा दिल तोड़ दिया
इक धनवान की बेटी ने
निर्धन का दामन छोड़ दिया
चांदी की दीवार...
कल तक जिसने कस्में खायी
दुख में साथ निभाने की
आज वो अपने सुख की खातिर
हो गयी एक बेगाने की
शहनाईयों की गूँज में दबके
रह गयी आह दीवानें की
धनवानों ने दीवाने का
गम से रिश्ता जोड़ दिया
इक धनवान की...
वो क्या समझे प्यार को जिनका
सब कुछ चाँदी सोना हैं
धन वालों की इस दुनियाँ में
दिल तो एक खिलौना हैं
सदियों से दिल टूटता आया
दिल का बस ये रोना है
जब तक चाहा दिल से खेला
और जब चाहा तोड़ दिया
इक धनवान की...
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